संस्था प्रोफाइल
मैं ,चंद्र शेखर आज़ाद " हेल्पिंग हैंड करप्शन एंड क्राइम कण्ट्रोल ट्रस्ट का चेयर मेन हु | और संगठन के कार्यो को सुचारु रूप से चलाने के लिए हमने " एंटी करप्शन एंड क्राइम कण्ट्रोल फाॅर्स का निर्माण किया है | और मैं स्वयं इसका "चीफ ऑफ़ द नेशनल स्टाफ" के पद पर अशीन हु | । भारत वर्ष में आज जो समाज की स्थिति हैं उसे मैं महसूस कर रहा हूँ शायद आप भी कर रहे हो, देश को आजाद करप्ने में हमारे पूर्वजों ने जो कुर्बानियां दी अपनी जान घर परिवार की चिंता न करते हुए हँसते हँसते फांसी पर झूल गए, मुल्क को आजाद कराने में कितना ही खून बहा कितने लोग घर से बेघर हुए कितनी ही औरतें विधवा हुई कितने ही बच्चे अनाथ हुए , शायद आपको मालूम ना हो किन्तु मेरा सौभाग्य है कि मुझे शिक्षा उन लोगो से मिली जो राजगुरु सुखदेव, भगत सिंह ,चंद्रशेखर आजाद, सुभाष चंद्र बोस के साथी रहे , राजगुरु सुखदेव भगत सिंह को फांसी देने से पूर्व ही अंग्रेजों ने उन्हें अंड मान निकोबार (काला पानी) भेज दिया था जब हमारे देश का संविधान लागू हुआ तब हमारे देश की सरकार उन क्रांतिकारियों जेल से रिहा कर स्वदेश लेकर आई , उन महान क्रांतिकारियों के नाम दुर्गा भाभी शिव वर्मा जी मा0 राजवीर सिंह उखलाना अलीगढ वाले जिनके नाम आज भी आजादी के इतिहास में विदित है। मेरे परम पूज्य गुरु इकलाब गनी खान लेक्चर अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी ने इन महान हस्तियों से मिलवाया और मुझे इन महान क्रांतिकारियों का सनिध्य प्राप्त हुआ। मैंने अपने इन महानुभावो शिक्षको से जाना कि भारत को आजाद कराने में सात हजार सात सौ बत्तीस नायक अंग्रेजी हुकूमत लड़ते हुए हँसते हँसते फांसी पर झूल कर कितनी कठिनाइयों खून- खराबे और कुर्बानियों के बाद देश को आजादी दिखाई थी। हमारा दुर्भाग्य है कि हम उसे संभाल नहीं पाए। देश और समाज के हालातों को देख कर रोना आता है आज राजनीति एक व्यापार बन गया हैध्
आज से 40 साल पूर्व जो प्यार प्रेम लोगों में देखने को मिलता था वह आज नहीं है , हम अपनी जिंदगी में इतने व्यस्त हो गए है कि पड़ोसियों से बात करना मेल -मिलाप बहुत दूर की बात है हम बच्चो को भी समय और संस्कार नहीं दे पाए , पश्चिमी संस्कृति इतनी हावी हो गई है कि हम अपनी मूल संस्कृति को भी भूल गए है। विज्ञान ने तरक्की की है कि आज हर हाथ में मोबाइल है इंटरनेट है, हम घर में रह कर भी अकेले हैं । आखिर इस स्थिति का जिम्मेदार कोन है, भष्ट्राचार अपराध और अन्याय इतना बढ़ रहा है अब इस समाज में रहना दुभर हो गया है , कहा जायेंगे हम इसे छोड़ कर , यह वही भारत है जहा हमारे पूर्वज शासन करते थे और सम्पूर्ण विश्व हमारी मान्यताओं परम्पराओं दिनचर्या और नीति का अनुसरण करता था, भारत को विश्व गुरु का दर्जा प्राप्त था, और भारत सोने की चिड़िया कहलाता था ,कहाँ गई वह सोने की चिड़िया और कहाँ गया विश्व गुरु का दर्जा ,सब कुछ खतम कर दिया इस झूठे फरेब की राजनीति ने,कुछ आज भी लोग तर्क देते है कि पहले इस देश को मुगलों ने लूटा, बाकि जो बचा खुचा था उसको अंग्रेजों ने लूटकर ले गए। क्या हमारे विनाश का यही सच है ? मैं इससे नहीं मानता ,धन सम्पति और सेपना लूटने से हमारी मूल संस्कृति का विनाश होना असंभव है। सच यह है कि हमारी मूल शिक्षा का लुप्त हो जाना ,हमारी शिक्षा संस्कृति में बदलाव ही हमारी मूल संस्कृति के पत्तन का कारण है। शिक्षा सभी के लिए अनिवर्या है बिना जातीय भेदभाव के और भारत की मूल शिक्षा पध्दति को लागू करना ही देश और समाज के हित में होगा। और इस कार्य को राजनीति से ऊपर उठ कर ही अंजाम तक पहुंच सकते है।यह संगठन संविधान और संगठन के सभी काम देश उन सभी शहीदों राह में श्रदांजलि स्वरुप हैं , और अखण्ड भारत निर्माण में बढ़ते कदम हैं ।
यदि आप और अधिक जानना और उपरोक्त परिस्थिति से बाहर निकल कर अपराध अत्याचार विहीन , सुसंस्कारित ,जातिविहीन वर्ग भेदभाव विहीन, सुन्दर स्वास्थ्य प्रगतिशील भारत की स्थापना करने के पक्ष्धर है और आज की शिक्षा नीति में बदलाव कर अखंड भारत का निर्माण करना चाहते है तो हमारे साथ आये हमारे कंधे से कन्धा मिलाकर चले, एंटी करप्शन एंड क्राइम कण्ट्रोल फोर्स के सदस्य बन कर अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करें।
संविधान एंटी करप्शन एंड क्राइम कण्ट्रोल फोर्स
संस्था - एंटी करप्शन एंड क्राइम कंट्रोल फोर्स ,संक्षिप्त नाम (ए. सी. सी. एफ )भारत देश के उस देश भक्त मानव जाति का समहू हैं जो जाति संप्रदाय विहीन, भ्रष्टाचार, अन्यसय, अपराध, मानव शोषण मुक्त, सुन्दर स्वस्थ शिक्षित भय मुक्त अखंड भारत की स्थापना में सक्रिय भूमिका निर्वाह कर रहे है ध्इस फोर्स का निर्माण और संचालन भारत सरकार से राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सामाजिक ट्रस्ट, हेल्पिंग हैंड्स करप्शन एंड क्राइम कण्ट्रोल ट्रस्ट ,रजिस्ट्रेशन न ०- 2616-2018 - के ट्रस्टीज ने अपने एक प्रस्ताव के तहत किया है। ए.सी.सी. एफ.के सर्वाधिकार हेल्पिंग हैंड्स करप्शन एंड क्राइम कण्ट्रोल ट्रस्ट के पास सुरक्षित है।
मुख्यालय - एंटी करप्शन एंड क्राइम फोर्स का कार्यालय ,बी -83 ,नियर अखाडा ,पांच मंदिर मार्ग ,शाहबाद डेरी ,रोहिणी सेक्टर--26,दिल्ली-110042 संस्थापक - एंटी करप्शन एंड क्राइम कण्ट्रोल फोर्स के संस्थापक ध्चीफ आॅफ द नेशनल स्टाफ श्रीयुत चंद्र शेखर आजाद है ध्जोकि हेल्पिंग हैंड्स करप्शन एंड क्राइम कण्ट्रोल फोर्स के संस्थापक ध्चेयरमैन भी हैं।
कार्यक्षेत्र - सम्पूर्ण भारत।
भागीदारी
(क) कोई भी व्यक्ति जो भारत का नागरिक हो देश के संविधान में पूर्ण विश्वास आस्था रखता हो और एंटी करप्शन एंड क्राइम कण्ट्रोल फोर्स के संविधान को स्वीकार करते हुए संगठन की नीति निर्देशों का पूर्ण ईमानदारी से अनुपालन करते हुए अखण्ड भारत के निर्माण में खुद को सक्षम मानता हो, जो 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुका हो जिसका देश के किसी भी पुलिस थाने में कोई भी आपराधिक रिकाॅर्ड न हो, भगौड़ा या दिवालिया घोषित न किया गया हो, वह एंटी करप्शन एंड क्राइम कण्ट्रोल फोर्स में भागीदार हो सकता है।
(ख) एंटी करप्शन एंड क्राइम कण्ट्रोल फोर्स लिंग / पुर्लिंग (स्त्री, पुरुष ) की कोई बाध्यता नहीं है, यह संगठन सभी को समान अधिकार देता है। इस फोर्स में अपना पूर्ण बायो डाटा, आधार कार्ड की फोटो प्रति, 3 पासपोर्ट साइज फोटो और पुलिस वैरिफिकेशन सर्टीफिकेट और निश्चित सदस्यता शुल्क देकर स्क्वैड या हैध् हैड स्क्वैड के रूप में भर्ती हो सकते है।कम से कम दस सदस्य जोड़ने पर पदोन्नति प्राप्त कर सकते है
(ग) प्रत्येक आवेदक को शुरू में स्क्वैड या हैड स्क्वैड के तौर पर भर्ती किया जायेगा यदि वह एंटी करप्शन एंड क्राइम कण्ट्रोल फोर्स के उद्ेश्यों को आगे बढ़ाने में सक्रिय पाया जाता है और अपने कोटे के दस मेंबर संगठन में जोड़ता है तो उस की पदोन्नति कर योग्य पोस्ट की जिम्मेदारी दी जाएगी। प्रत्येक दो साल के अन्तराल में राष्ट्रीय स्तर से लेकर ग्राम स्तर तक की सभी टीम की कार्य समीक्षा की जायेगी जिसके अनुशार उन्हें पदोन्नति व पदानवत किया जायेगा । किसी भी पदाधिकारी को योग्यतानुसार कहीं भी कोई भी जिम्मेदारी नेशनल चीफ के आदेशानुसार सौंपी जा सकती है ।
(घ) प्रत्येक सदस्य के आई डी कार्ड दो साल में एक बार अवश्य नवीकरण किया जायेगा , जिसका नवीकरण शुल्क 500/- रुपए होगा। नोट - एंटी करप्शन एंड क्राइम कण्ट्रोल फोर्स के क्रियाकलाप, राष्ट्र और नागरिक हितो में अति संवेदनशील पहलु है / संस्था के कार्य एक मिशन स्वरूप राष्ट्र और उसके नागरिको के कल्याण हेतु समर्पित है, इसमें शामिल होना पूर्णता सर्वेच्छिक और अवैतनिक है। अतः सोच समझ कर ही शामिल हो। युवतियाँ / महिलाओ के लिए अपने परिवार के संरक्षक से हस्ताक्षर युक्त सहमति पत्र जमा करवाना अति आवश्यक है।
संस्था का कोष
(क) संस्था का कोष किसी भी राष्ट्रीकृत बैंक में संस्थापक चीफ आॅफ द नेशनल स्टाफ के हस्ताक्षर से होगा , प्रदेश एवं जिला व अन्य शाखाओ में संस्थापक चीफ आॅफ थे नेशनल स्टाफ द्वारा अधिकारित दो पदाधिकरियों के सयुक्त हस्ताक्षर से संचालित किया जायेगा।
(ख) किसी भी शाखा या इकाई से प्राप्त प्रवेश शुल्क या दान राशि सीधे केंद्रीय कार्यालय या उसके बैंक खाते में जमा होगी।
धन विभाजन
धन विभाजन में सदस्यता शुल्क ,दान राशि में 20 प्रतिशत संबंधित जिला का और 20 प्रतिशत प्रदेश इकाई तथा 60 प्रतिशत केन्द्र का हिस्सा होगा । कोई भी राशि सीधे केंद्र के खाते में जमा होगी जिसे उनके हिस्से के अनुशार प्रत्येक माह के अंत में संबंधित इकाई के खाते में उनके हिस्से के अनुशार केंद्र द्वारा भेज दिया जायेगा ।
संस्था का ध्वज
(क) संस्था का ध्वज आयताकार होगा और उसकी लम्बाई चैड़ाई 2.1 का अनुपात होगा।
(ख) ध्वज का रंग नीला और लाल होगा जो चैड़ाई में निचले सिरे से लम्बाई के दूसरे किनारे के ऊपरी अंतिम छोर तक एक तिरछी रेखा के रूप में विभाजित होगा। नीला रंग समग्र समाज की सुख शांति से पूर्ण सामाजिक स्वतंत्रता की भावना का प्रतिनिधित्व करता है और लालय रंग उत्पीड़न के द्वारा सामाजिक व्यव्स्था पर नियंत्रण का प्रतीक है ध् ध्वज में नीले रंग को ऊपर रख कर प्रभावजन्य रूप से सांद्र रूप प्रदान कर अत्याधिक प्रभावी और नीलू रंग के सापेक्ष लाल रंग को निचे रख कर प्रभावजन्य रूप से तरलीकृत कर तनुता प्रदान कर अल्प प्रभावी किया गया है।
(ग) ध्वज के बीच में संस्था का प्रतीक चिन्ह मुद्रित या कढ़ाई कर के निर्मित होगा।
संस्था का प्रतीक चिन्ह
(क) संस्था का प्रतीक चिन्ह नीले लाल रंग की पृष्ठ भूमि की कलात्मक आकृति में होगी।
(ख) प्रतीक चिन्ह में नीले लाल रंग की पृष्ठ भूमि का नीला रंग ऊपर की ओर तथा लाल रंग नीचे की तरफ होगा ध् नीला रंग समग्र समाज की सुख शांति से पूर्ण सामाजिक स्वतंत्रता की भावना का प्रतिनिधित्व करता है और लाल रंग उत्पीड़न के द्वारा सामाजिक व्यवस्था पर नियंत्रण का प्रतीक है । ध्वज में नीले रंग को ऊपर रख कर प्रभावजन्य रूप से सान्द्र रूप प्रदान कर अत्याधिक प्रभावी और नीले रंग के सापेक्ष लाल रंग को नीचे रख कर प्रभावजन्य रूप से तरलीकृत कर तनुता प्रदान कर अल्प प्रभावी किया गया है।
(ग) संस्था का प्रतीक चिन्ह जिसमे उड़ान से शिकार पर झपटते हुए पक्षी बाज जोकि शक्ति का प्रतिक है और ऊपर की ओर बाज के गोलाई बनते हुए पंख के बीच भारत नक्शें के ऊपरी सिरे पर सामने से बैठे उल्लू पक्षी जो दुनिया में बुद्धिमता का प्रतीक है स्थापित किया गया है।
(घ) भारत के नक्शे के अंदर मैग्नीफाइंग ग्लास और कलम का एक दूसरे को क्रास कर रखी गई आकृति यह सन्देश प्रदर्शित करती है कि हम सूक्ष्म अन्वेक्षणकारी दृष्टि और उसके दवारा प्राप्त परिणाम को कलम की शक्ति से जनोपयोगी और जन -त्राणकारी बनाने के लिए किये जा रहे साकारत्मक परिणाम को प्राप्त करने की प्रतिबंधता के लिए कृत संकल्प है।
(ड) बाज द्वारा अपने पंजों में जकड़ी हुई एक छोटी पट्टी के नीचे उसी से जुड़ी बड़ी पट्टी पर महान ग्रन्थ ‘‘मुण्डकोपनिषद’’ से लिया गया हमारा प्रेरणास्पद महावाक्य ‘‘सत्यमेव जयते’’ जिसका अर्थ है की हम इस बात के विश्वास के प्रति समर्पित है कि ‘‘सदैव सत्य की ही विजय होती ह’’ ।
(च) अर्ध चंद्राकार पट्टिका के नीचे स्थापित कलात्मक ढंग से सफेद पट्टिका पड़ हमारा उद्घोष वाक्य ‘‘बचेंगे। बचांएगे। सुदृढ़ राष्ट्र बनायेंगे।’’ अंकित होगा।
शाखाएँ
(क) एंटी करप्शन एंड क्राइम कण्ट्रोल फोर्स की शाखा राष्ट्रीय स्तर पर होगी।
(ख) देश के समस्त प्रदेश, जिला , तहसील व ब्लाॅक स्तर पर एंटी करप्शन एंड क्राइम कण्ट्रोल फोर्स की शाखाएँ होंगी।
नियुक्तियां
(क) सभी नियुक्तियां केंद्रीय कार्यालय द्वारा संदर्भित इकाई के पद हेतु प्रस्तुत बायो डाटा पर विचार के उपरांत इस कार्य हेतु नियुक्त सक्षम प्राधिकारी के द्वारा की जाएगी तथा इस प्रक्रिया में 1 माह से लेकर 35 दिन की समयावधि लगाना स्भाविक है कोई भी सदस्य इससे पूर्व फोन आदि न करें।
(ख) परिचय पत्र केंद्रीय कार्यालय द्वारा चीफ आॅफ द नेशनल स्टाफ के हस्ताक्षर से ही जारी किया जायेगा।
(ग) साधारणत सभी नियुक्तियां 2 साल के लिए होगी लेकिन कार्य समीक्षा के अनुसार किसी भी पाधिकारी को प्रोन्नत एवं पद्वनत किया जा सकता है।
शैक्षणिक योग्यता
(क) स्क्वैड और हैड स्क्वैड को साक्षर होना अनिवार्य है।
(ख) राष्ट्रीय या प्रदेश स्तर के पदाधिकारी व्यक्तियों को स्नातक व सेना अथवा किसी अर्ध सैनिक या रक्षा अथवा सुरक्षा से सबंधित सैन्य संगठन से सेवानिवृत जूनियर कमीशन आॅफिसर या समकक्ष होना आवश्यक है। किसी विशिष्ट महत्व के मामले में चीफ आॅफ द नेशनल स्टाफ को इस सम्बन्ध में शिथिलता बरतने का अधिकार होगा।
(ग) जिला स्तर के पद के पद धारको को 10 ़12 उत्तीर्ण होना आवश्यक है।
(घ) स्क्वैड स्तर के लिए कम से कम 8 वी पास होना अनिवार्य है।
विभिन्न इकाई व पद पोस्ट संख्या
(क) राष्ट्रीय स्तर पर - एक चीफ आॅफ द नेशनल स्टाफ, एक सीनियर डिप्टी चीफ आॅफ द नेशनल स्टाफ ,आठ डिप्टी चीफ , चैबीस अस्सिस्टेंट चीफ,टोटल चैतीस पदाधिकारियों की कार्यकारिणी होगी, यदि चीफ आॅफ द नेशनल स्टाफ आवश्यकता समझे तो पद संख्या बढ़ाई जा सकती है।
(ख) प्रदेश स्तर पर - एक चीफ आॅफ द स्टेट स्टाफ , एक सीनियर डिप्टी चीफ , आठ डिप्टी चीफ, चैबीस अस्सिस्टेंट चीफ , टोटल चैतीस पदाधिकरियों की कार्यकारिणी होगी, यदि भविष्य में चीफ आॅफ द स्टेट स्टाफ आवश्यकता अनुभव करता हैं तो चीफ आॅफ द नेशनल स्टाफ से लिखित अनुमति ले कर पदाधिकारियों की संख्या बढ़ा सकता है।
(ग) मंडल व जिला स्तर पर - एक चीफ , एक सीनियर डिप्टी चीफ ,आठ डिप्टी चीफ और बीस अस्सिस्टेंट चीफ , एक हैड स्क्वैड , ग्यारह स्क्वैड , टोटल बत्तीस पदाधिकरियों की कार्यकारिणी है।
(घ) ब्लाॅक स्तर पर - एक चीफ आॅफ द स्क्वैड स्टाफ, एक सीनियर डिप्टी चीफ आॅफ द स्क्वैड स्टाफ, तीन डिप्टी चीफ आॅफ द स्क्वैड , छ: अस्सिस्टेंट चीफ आॅफ द स्क्वैड स्टाफ , असीमित हैड स्क्वैड और एक स्क्वैड के नियंत्रण में दस स्क्वैड होंगे।
(ड़) ग्राम पंचायत के स्तर पर - एक चीफ आॅफ द स्क्वैड स्टाफ, एक सीनियर डिप्टी चीफ आॅफ द स्क्वैड स्टाफ , तीन डिप्टी चीफ आॅफ द स्क्वैड स्टाफ , छ: अस्सिस्टेंट चीफ आॅफ द स्क्वैड स्टाफ , असीमित हैड स्क्वैड और एक हैड स्क्वैड के नियंत्रण में दस स्क्वैड की फोर्स।
कार्य - विभाजन
चीफ आॅफ द नेशनल स्टाफ: सभी प्रकार की वार्ता प्त्र -व्यवहार नियुक्तियां आदि समस्त आवश्यक कार्य करने हेतु निर्णय ले कर उन्हें क्रियान्वित कर संस्था के उद्देश्यों की पूर्ति हेतु कार्य करेगा और सभी अधीनस्थ पदाधिकारियों का मार्ग दर्शन एवं प्रोत्साहन करेगा और वह सभी कार्य करना जोकि सगठन , समाज और देश के लिए हितकर है।
सीनियर डिप्टी चीफ आॅफ द नेशनल स्टाफ:
(क) सभी प्रकार की कार्यालयीन जिम्मेदारी का चीफ आॅफ द नेशनल स्टाफ के सचिव के रुप में निर्वाह एवं नेशनल चीफ द्वारा सौंपे गये कार्यालय के बाहर के अन्य कार्यालयों में भेंट , तथा चीफ आॅफ द नेशनल स्टाफ के निर्देश पर उनका प्रतिनिधत्व करना ।
(ख) सभी डिप्टी चीफ आॅफ द नेशनल स्टाफ की प्रगति रिपोर्ट एवं कार्यसमीक्षा करना और समीक्षा से चीफ को अवगत करना।
डिप्टी चीफ आॅफ द नेशनल स्टाफ: नेशनल जोन प्रभारी के रूप में राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित किये गए जोनल एरिया में संगठित गतिविधियों का संचालन एवं संरक्षण करना। संगठनिक प्रकोष्ठों में नियुक्त चेयरमैन के पदभार का संचालन एवं निर्वाह करना ।
अस्सिस्टेंट चीफ आॅफ द नेशनल स्टाफ : क्षेत्रीय स्तर पर नेशनल रेंज प्रभारी के रूप में राष्ट्रीय स्तर पर निर्धरित रेंज एरिया में संगठित गतिविधियों का संचालन एवं संरक्षण। विभिन्न प्रकोष्ठों में सौंपे गये कार्य कलापों का सुचारु रुप से निर्वाह करना।
पदोन्नति
स्वर्णिम नियम - पदोन्नति में शिक्षा को गोढ़ रखकर राष्ट्र भावना और सामाजिक भलाई की भावना की निष्ठा को प्रधानता दी जाएगी।
निष्कासन , निलंबन और सदस्य्ता की समाप्ति
(क) मृत्यु हो जाने पर।
(ख) न्यायलय द्वारा विधिक रूप से दण्डित होने पर सदस्य्ता या किसी पद पर नियुक्ति प्रभावी न हो सकेगी जब तक उसका विधिक शमन हो गया हो।
(ग) त्याग पत्र देने और स्वीकार हो जाने पर।
(घ) यदि संस्था यह समझती है कि किसी व्यक्ति की निष्ठा संस्था या उसके द्वारा बनाई गयी समिति या उस समिति के सामाजिक सम्मान , सगठन या उसके उद्देश्यों की पूर्ति में बाध्यकारी है , तो संस्था उस सदस्य या पदाधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर उसके संदर्भित आरोपों के सम्बन्ध में कारण बताओ नोटिस भेजेगी। जिसका जवाब उस व्यक्ति को 15 दिन के अंदर स्वयं पेश हो कर या लिखित देना होगा। यदि उसके जवाब की सत्यता से सम्बंधित समिति को संतुष्टि हो जाती है और आरोपित व्यक्ति संतुष्ट नहीं है तो वह नेशनल कमेटी में अपना पक्ष में अपील दायर कर सकता है। अंतिम निर्णय चीफ आॅफ द नेशनल का मान्य होगा। संस्था से सम्बंधित किसी भी इस तरह के मामले में आरोपित व्यक्ति को कोर्ट कचहरी जाने और वाद दायर कराने का अधिकार नहीं होगा।